सरकारी कर्मचारियों को तय पेंशन का फायदा देने को सरकार की तरफ से यूनिफाइड पेंशन स्कीम यानी UPS को शुरू किया गया है। यह पेंशन योजना अभी तक चल आ रहे NPS यानी नेशनल पेंशन सिस्टम का विकल्प बताया था। सरकार के मुताबिक कर्मियों के पास इनमे से एक को चुनने का पूरा अधिकार रहेगा। UPS योजना के अंतर्गत कर्मियों को 10% अंशदान देना पड़ता है और सरकार भी 18.5% का अंशदान देने वाली है।
UPS की घोषणा के दौरान ही सरकार का पक्ष था कि इस स्कीम में कर्मी के न्यूनतम 10 सालो तक सर्विस करने पर 10,000 रुपए की पेंशन मिलेगी। किंतु पूरी पेंशन पाने के मामले में 25 वर्षो की सर्विस करनी जरूरी होगी। अब यहां यह भी जाने कि जो कर्मचारी 10 सालो से अधिक और 25 सालो से कम टाइमपीरियड तक सर्विस करेगा उसके लिए पेंशन का कैलकुलेशन क्या रहेगा?
25 वर्षो से कम सर्विस करने पर पेंशन
UPS के अंतर्गत जो भी कर्मचारी 25 सालो से कम टाइमपीरियड की सर्विस को पूर्ण किए बगैर ही रिटायरमेंट लेता हो तो वो भी पेंशन लेने का अधिकारी होगा। किंतु 25 सालो से कम समय की सर्विस करके रिटायर होने वाले कर्मी को अनुमानित आधार पर पेंशन मिलेगी। ये पेंशन उनकी सर्विस के टाइमपीरियड और वेतन पर डिपेंड होगा। स्कीम में मिनिमम पेंशन 10 हजार रुपए तो रहेगी जोकि मिनिमम 10 वर्षो की सर्विस पर मिलेगी।
जो भी कर्मचारी 10 से 25 सालो के मध्य में रिटायर होते हो तो उनकी पेंशन का हिसाब उनके सर्विस के टाइमपीरियड के अनुपात में तय होगा। इसमें उनको महंगाई राहत (DR) का भी फायदा मिलेगा।
यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) की विशेषताएं
केंद्र सरकार अपने केंद्रीय कर्मियों को यूनिफाइड पेंशन योजना (UPS) का फायदा देने को लेकर आई है। यह UPS पेंशन योजना देशभर के 23 लाख कर्मियों को पेंशन का फायदा देने वाली है। ऐसे में इस पेंशन स्कीम के मुख्य पॉइंट्स इस प्रकार से है,
- पेंशन की रकम – पेंशन की रकम पिछले 12 माह की एवरेज सैलरी का 50 फीसदी रहेगी।
- मिनिमम जरूरी सर्विस – मिनिमम 25 सालो की सर्विस करनी जरूरी होगी।
- मिनिमम 10 सालो की सर्विस के साथ 25 सालो से कम सर्विस के मामले में कैलकुलेशन के अनुसार पेंशन मिलेगी।
- फैमिली पेंशन को परिवार कर्मी के देहांत के समय की पेंशन का 60 फीसदी मिलेगा।
- मिनिमम 10 सालो की सर्विस के बाद रिटायर होने पर 10 हजार रुपए पेंशन हर महीने मिलेगी।
- पेंशन, पारिवारिक पेंशन और मिनिमम पेंशन पर महंगाई राहत (DR) मिलेगी।
- रिटायर होने पर एक बार में भुगतान ग्रेच्युटी के अलावा मिलेगा।