राज्य सरकार की तरफ से कर्मचारी और अधिकारी वर्ग को महंगाई भत्ते (DA) में बढ़ोत्तरी की गुड न्यूज मिल रही है। शीघ्र ही DA में 50 फीसदी तक मार्जिन किया जाएगा। ऐसे कर्मी की बेसिक सैलरी में अच्छी बढ़ोत्तरी हो जाएगी। अभी कर्मी को 46 फीसदी तक महंगाई भत्ता मिल रहा है जिसको दिवाली तक 4 फीसदी की वृद्धि के साथ 50 फीसदी किया जाएगा।
इस वृद्धि के साथ ही घर का किराया भत्ता (HRA) और यात्रा का भत्ता (TA) भी बढ़ने वाला है। अबकी बार के बजट में 58,622 करोड़ रुपए का आवंटन होगा और इसमें 3 फीसदी की DA बढ़ोत्तरी भी है।
कर्मियों को होगा ज्यादा फायदा
महंगाई भत्ते में बढ़ोत्तरी हो जाने से कर्मियों को प्रति माह में 1 हजार से 10 हजार रुपए का एक्स्ट्रा फायदा होने वाला है। 50 फीसदी DA मार्जिन से, जैसे 50 हजार रुपए सैलरी ले रहे कर्मी को 75 हजार रुपए की सैलरी दी जाने वाली है।
महंगाई भत्ते की जरूरत
महंगाई भत्ता एक अहम सोर्स है जिसकी मदद से सरकार अपने कर्मियों को महंगाई के बढ़ रहे प्रकोप से बचा पाती है। जिस समय देश में महंगाई बढ़ने लगी है तब सरकार की तरफ से महंगाई भत्ते में बढ़ोत्तरी के द्वारा कर्मियों की वित्तीय दशा को कायम रखने की कोशिश होती है।
कर्मचारियों के लिए सुरक्षा कवच
महंगाई भत्ते से (DA) कर्मियों को उनकी बेसिक सैलरी पर महंगाई के असर से बचाव को लेकर दिया जाता है। जिस समय देशभर में महंगाई में वृद्धि होती है तो सरकार CPI (कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स) के अनुसार DA के बढ़ाती है। इस आर्थिक इंडेक्स से कई वस्तुओं और सर्विस के दामों में परिवर्तन का मूल्यांकन होता है। सरकारी आदेश के मुताबिक, कर्मी की सैलरी में समय-समय में DA जुड़ता है।
फैसले का महत्व
- महंगाई से रक्षा: DA का मूल प्रयोजन कर्मी को महंगाई से सुरक्षा देना है।
- जीवन स्तर सुधार: यह कर्मी के जीवन के स्तर के अच्छा करता है।
- आर्थिक स्थिरता: DA की रेगुलर बढ़ोत्तरी से इकोनॉमी में स्थिरता कायम रह पाती है।
सरकार आई तरफ से कर्मचारियों के DA में बढ़ोत्तरी से उनको आर्थिक सेफ्टी और उनके जिंदगी के स्तर को कायम रखने का अहम तरीका है।