छत्तीसगढ़ राज्य के “राज्य कर्मचारी संघ छत्तीसगढ़” की तरफ से एक प्रतिनिधिमंडल ने महामंत्री एके चेलक की नेतृत्व में देर रात्रि को राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के आवास पर सीधा साक्षात्कार करके ज्ञापन देने का काम हुआ है। इसमें सरकार के समक्ष प्रदेश के कर्मियों और पेंशनभोगियों के जनवरी 2024 से रुके हुए DA और DR को जल्दी से दिए जाने पर फैसला लेना का अनुरोध हुआ है।
DA/ DR के मामले पर एक्शन की मांग
सीएम से इस मीटिंग के वक्त संघ की मांगे थी कि प्रदेश में कैशलेस मेडिकल स्कीम शुरू हो, रेगुलर हुए डेली सैलरी वाले कर्मी को रेगुलर कर्मी के जैसा छुट्टी नकदीकरण का फायदा और शिक्षा विभाग की तरफ से ए युक्तियुक्तकरण के आदेश को रद्द करने आदि मामले को उठाया गया। इसके अलावा इन मामलों पर जल्द ही एक्शन लेने की भी डिमांड हुई।
मुख्यमंत्री की तरफ से भी कर्मियों की इस प्रतिनिधि दल को आश्वस्त किया गया कि प्रदेश में कर्मियों और पेंशनभोगियों को DA/DR प्रदान करने के आदेश शीघ्र ही जारी होंगे। राज्य कर्मचारी संघ के प्रतिनिधि दल में प्रदेश कर्मचारी संघ के भूतपूर्व प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र नामदेव, प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद ओझा और मुख्य कर्मी नेता टीआर देवानंद, जीआर बसोने, डॉ विनोद वर्मा, नागेंद्र सिंह आदि मौजूद थे।
रैली और हड़ताल करेगा फेडरेशन
इस बार के विधानसभा इलेक्शन में छत्तीसगढ़ जिलाधिकारी कर्मियों ने बीजेपी को सपोर्ट दिया था। किंतु अब अधिकारी कर्मियों ने अपनी डिमांड की वजह से आंदोलन की शुरुआत कर दी है। पिछले माह में भी छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की तरफ से राजधानी रायपुर में मशाल रैली का आयोजन हुआ था। अब इस माह में 11 सितंबर के दिन छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की तरफ जिला, तहसील और ब्लॉग मुख्यालय में मशाल रैली निकालने की तैयारी है।
तब भी मांगे पूर्ण न होने की दशा में इस 27 सितंबर को छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के अंतर्गत सभी अधिकारी कर्मचारी अनिश्चितकाल की हड़ताल करने वाले है।
विशाल मशाल महारैली की तैयारी
इसी फेडरेशन की तरफ से पिछले माह में मीटिंग के बाद महंगाई भत्ते की डिमांड के लिए चरणबद्ध तरीके से आंदोलन की रणनीति बनी है। इस अगस्त क्रांति का नारा मोदी की गारंटी लेकर रहने वाला था। वर्तमान की दशा को देखकर फेडरेशन ने तीसरे फेज के आंदोलन के तहत इस 11 सितंबर में जिला, ब्लॉक, तहसील में मशाल रैली निकालने की बात की है। इस रैली के लिए जिला मुख्यालयों और ब्लॉक मुख्यालयों में कर्मी और अधिकारी विशाल रैली करने वाले है।