
Land Buying Tips और गाइडलाइन का पालन करना हर उस व्यक्ति के लिए जरूरी है जो अपनी मेहनत की कमाई को जमीन में निवेश करना चाहता है। आमतौर पर देखा गया है कि लोग रियल एस्टेट में निवेश को एक सुरक्षित और मुनाफे का सौदा मानते हैं। इसकी प्रमुख वजह यह है कि समय के साथ जमीन की कीमतों में गिरावट नहीं आती, बल्कि इनका मूल्य लगातार बढ़ता रहता है। यही कारण है कि आज भी जमीन खरीदना भारतीयों के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक निर्णय बना हुआ है। लेकिन अगर आप थोड़ी सी भी लापरवाही करते हैं तो यह सौदा फायदे के बजाय आपके लिए भारी नुकसान का कारण बन सकता है।
प्रॉपर्टी की हिस्ट्री चेक करना है जरूरी
जमीन खरीदते समय सबसे पहली और जरूरी बात होती है उस प्रॉपर्टी की हिस्ट्री की जांच करना। यह जानना जरूरी है कि उस जमीन का पहला मालिक कौन था, यह जमीन अब तक कितनी बार खरीदी-बेची गई है, और क्या यह प्रॉपर्टी होल्ड फ्री है या नहीं। कई बार ऐसा होता है कि जिस जमीन को आप खरीदने जा रहे हैं वह विवादित होती है या उस पर पहले से कोई दावा होता है। ऐसे मामलों में भविष्य में कानूनी झंझटों से बचना बेहद मुश्किल हो जाता है। इसलिए जमीन की पूरी पृष्ठभूमि की जांच करना आवश्यक है। इसके लिए आप रजिस्ट्री ऑफिस जाकर पूरा रिकॉर्ड प्राप्त कर सकते हैं।
जमीन के दस्तावेजों की सत्यता की जांच करें
Land Buying Guide में दूसरा सबसे महत्वपूर्ण कदम है कि आप उस जमीन से संबंधित सभी दस्तावेजों की जांच करें। दस्तावेज नकली तो नहीं हैं, यह सुनिश्चित करना आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए। खतौनी और खसरा नंबर की जांच करके आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि जमीन का वास्तविक स्वामी कौन है और जमीन पर किसी प्रकार का विवाद तो नहीं चल रहा है। आजकल बहुत सी वेबसाइट्स और सरकारी पोर्टल्स हैं जहां से आप ऑनलाइन भी खतौनी/खसरा की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। दस्तावेजों की सत्यता की पुष्टि करने के लिए आप किसी कानूनी सलाहकार या संपत्ति सलाहकार की मदद भी ले सकते हैं।
इनकंब्रेंस सर्टिफिकेट जरूर लें
Land Buying Tips में तीसरा महत्वपूर्ण पहलू इनकंब्रेंस सर्टिफिकेट का होना है। यह सर्टिफिकेट इस बात की पुष्टि करता है कि जमीन पर कोई कर्ज या ऋण नहीं है। अगर आप यह सर्टिफिकेट नहीं लेते और बाद में पता चलता है कि जमीन किसी बैंक या संस्था के पास गिरवी रखी गई थी, तो आपका पूरा निवेश खतरे में पड़ सकता है। इनकंब्रेंस सर्टिफिकेट से यह भी पता चलता है कि जमीन पर कोई कानूनी विवाद तो नहीं है। इसे आप संबंधित जिले के रजिस्ट्रार ऑफिस से प्राप्त कर सकते हैं। यह सर्टिफिकेट कम से कम पिछले 12 सालों की जानकारी देता है जो किसी भी खरीददार के लिए बेहद जरूरी होती है।
बिना लील एग्रीमेंट के न दें टोकन मनी
Land Buying Alert के अनुसार सबसे बड़ी ठगी जमीन के सौदे में एडवांस या टोकन मनी देने के समय होती है। बहुत से मामलों में देखा गया है कि खरीदार बिना किसी लीगल एग्रीमेंट के ही एडवांस दे देते हैं, जिसके बाद विक्रेता गायब हो जाता है या सौदे से पीछे हट जाता है। ऐसी स्थिति में खरीदार के पैसे डूब जाते हैं। इसलिए जब भी आप किसी जमीन के लिए टोकन मनी दें तो पहले लील एग्रीमेंट बनवाएं। इस एग्रीमेंट में यह साफ तौर पर लिखा होना चाहिए कि किस शर्त पर एडवांस दिया जा रहा है और किन स्थितियों में वह रिफंड होगा। कोशिश करें कि एडवांस की राशि चेक या ऑनलाइन माध्यम से दी जाए, कैश में पेमेंट करने से बचें।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
जमीन खरीदना निश्चित तौर पर एक समझदारी भरा निवेश हो सकता है, लेकिन इसके लिए पूरी सतर्कता जरूरी है। चाहे प्रॉपर्टी की हिस्ट्री हो, दस्तावेजों की जांच, इनकंब्रेंस सर्टिफिकेट या टोकन मनी—हर चरण पर सावधानी बरतना जरूरी है। थोड़ी सी चूक आपको आर्थिक नुकसान में डाल सकती है। आज के डिजिटल युग में कई सरकारी पोर्टल्स और ऑनलाइन सुविधाएं मौजूद हैं जिनका इस्तेमाल करके आप खुद भी बहुत सी जानकारियां जुटा सकते हैं। इसके साथ ही, एक भरोसेमंद वकील या संपत्ति सलाहकार की मदद लेकर आप इस प्रक्रिया को और भी सुरक्षित बना सकते हैं।