भारत सरकार की तरफ से केंद्रीय कर्मियों को एक वश में 2 बार महंगाई भत्ते (DA) का फायदा मिलता है। इस समय सरकार की तरफ से चालू वित्त वर्ष में DA को लेकर फिर से घोषणा हुई है। इस तरह से जल्दी ही कर्मियों को फिर से DA वृद्धि का गिफ्ट मिलेगा। ध्यान रखे सरकार की तरफ से जनवरी और जुलाई महीने में महंगाई भत्ते में वृद्धि मिलती है।
सरकार की तरफ से जनवरी माह में DA वृद्धि की घोषणा हुई थी। अब अक्टूबर माह आ चुका है और सरकार की तरफ से जुलाई के DA में वृद्धि पर किसी तरह की घोषणा नहीं हुई है। वैसे सरकारी कर्मी अनुमान लगा रहे है कि दीपावली से पूर्व सरकार DA में वृद्धि की घोषणा कर देगी।
महंगाई भत्ता (DA) क्या होता है?
एक सरकारी कर्मी के कुल वेतन में मूल वेतन के अतिरिक्त DA (महंगाई भत्ते) की काफी अहमियत होती है। यूं तो सरकार DA से अपने कर्मियों को महंगाई से राहत देने का काम करती है। ऐसे ही सरकारी कर्मी के DA की ही तरह से पेंशनभोगियों को DR (महंगाई राहत) मिलता है। सरकार की तरफ से प्रत्येक वर्ष के जनवरी और जुलाई माह में DA और DR वृद्धि का फैसला आता है। इस वृद्धि को कास्ट ऑफ लिविंग इंडेक्स से देते है।
महंगाई भत्ते की गणना का तरीका
सरकार की तरफ से आल इंडिया कंज्यूमर प्राइज इंडेक्स (AICPI) के अनुसार DA के तय किया जाता है। ये सूचकांक दर्शाता है कि वस्तुओं पर महंगाई का क्या प्रभाव हो रहा है। यदि AICPI तेज होता है तो सरकार DA वृद्धि का फैसला लेगी। एक सरकारी कर्मी के वेतन में महंगाई भत्ता उसके वेतन का मूल भाग होता है। इस तरह से प्रत्येक केंद्र और प्रदेश सरकार के कर्मी को DA वृद्धि की प्रतीक्षा रहती है।
महंगाई भत्ते (DA) में होने वाली वृद्धि
ताजा खबरों के अनुसार, सरकार इस बार DA में 3-4 प्रतिशत की वृद्धि कर सकती है। इसको इस तरह समझे कि कोई कर्मी 18 हजार रुपए मूल वेतन ले रहा हो तो DA में वृद्धि होने पर उसके वेतन में 540 रुपए से 720 रुपए की मासिक वृद्धि होने वाली है। यदि सरकार 3% वृद्धि का फैसला लेती है तो कर्मी का वेतन 9,540 रुपए बढ़ेगा। किंतु 4% वृद्धि हो जाने पर महीने के वेतन में 9,720 रुपए की वृद्धि हो जाएगी।