साल के अंत में फेस्टिवल सीजन की शुरुआत होने वाली है और दशहरा और साल का सबसे बड़ा पर्व दिवाली आने को है। सरकार ने इस शुभ अवसर पर किसानो को भी गुड न्यूज देने के तैयारी कर ली है। खबरों के अनुसार, दशहरे के मौके पर सरकार पीएम किसान योजना के अंतर्गत किसानो को 18वी किस्त देने वाली है। यह राशि किसान के अकाउंट में सीधे ट्रांसफर होगी। इस रकम को किसान के फसली कामों और आर्थिक मदद की तरह से दी जा रही है।
दशहरे पर मिलेगी 18वी किस्त
आने वाले दिनों में दशहरा और दिवाली की घूम में बीच किसान नागरिकों को स्करर से खुशखबरी मिलेगी। काफी किसान पिछली पीएम किसान स्कीम की किस्त (17वी) को लेने से वंचित रह गए थे किंतु यदि उन्होंने इस सरकार के नियम को माना होगा तो उनको इस बार अपने अकाउंट में 17वी और 18वी दोनो किस्त एकमुश्त प्राप्त होगी। इस प्रकार से ऐसे किसान लाभार्थी को इस बार 4 हजार रुपए मिल जाएंगे।
पुराने अपडेट और आगे की स्कीम
इससे पहले 18 जून 2024 के दिन किसान लाभार्थियों को अपने अकाउंट में पीएम किसान योजना की 17वी किस्त प्राप्त हुई थी। इस बार की 18वी किस्त को देने के दौरान वे किसान लाभार्थी भी फायदा ले सकेंगे जोकि किन्ही टेक्निकल दिक्कतों की वजह से 14वी किस्त को नहीं पा सके थे। खबर आई है कि सरकार की तरफ से इस तरह के किसानो की एक अलग लिस्ट को बनाने का काम हो रहा है। ऐसे में इस टाइप के किसानों के अकाउंट में 2 हजार रुपए के स्थान पर 4 हजार रुपए की राशि प्राप्त होगी। किंतु अभी इसको लेकर आधिकारिक ऐलान होना बाकी है।
इस तरीके से फायदा मिलेगा
पीएम किसान स्कीम के शुरू होने के बाद ही काफी जगह से इसको लेकर फ्रॉड करने की न्यूज सरकार के पास आने लगी थी। इसके बाद ही सरकार ने इस तरह की चीजों पर नियंत्रण पाने को 3 अहम नियमो को बनाया। स्कीम के प्रत्येक लाभार्थी को इन 3 नियमो को पूरा करना जरूरी है।
- eKYC करना – जो भी किसान अब तक ekYC करने में रह गए हो तो उनको ये काम फौरन करवाना है।
- भूलेख वेरिफिकेशन – किसान लाभार्थी को अपनी जमीन का वेरिफिएशन करना जरूरी है।
- बैंक अकाउंट से आधार जोड़ना – सभी किसान लाभार्थी का बैंक खाता उनके आधार कार्ड से अवश्य लिंक हो, ऐसा न होने पर जरूर करवाएं।
साथ ही किसान उम्मीदवार को अपने रजिस्ट्रेशन की डीटेल्स को भी चेक करना होगा और इसमें ये तय करें कि किसी तरीके की गलत जानकारी न रह जाए। ऐसे ही स्कीम का फायदा ठीक प्रकार से मिल सकेगा। इस तरीके से किसान के पास त्योहार की खुशी के साथ आर्थिक मदद भी पहुंचेगी।