कर्मचारी संगठनों की तरफ से काफी समय से कर्मचारी पेंशन योजना की पेंशन में वृद्धि की डिमांड हो रही है। खबरों के मुताबिक, सरकार भी इस मामले पर वार्ता कर रही है। अभी तो EPS-95 पेंशन के पेंशनर्स हड़ताल करने का निर्णय कर चुके है। गौर करें कि ये लोग EPS के पेंशनर्स को मिनिमम 7,500 रुपए/ महीना करने सहित काफी दूसरी डिमांड पर दिल्ली में हड़ताल करने वाले है। अभी EPS में पेंशनर्स को मिनिमम 1 हजार रुपए पेंशन मिल रही है। पेंशन के इस सिस्टम को सितंबर 2014 में लाया गया था।
राष्ट्रीय संघर्ष समिति की घोषणा
राष्ट्रीय संघर्ष समिति (NAC) की तरफ से कहा गया है कि वो अपनी डिमांड को सपोर्ट देने को जंतर-मंतर पर भूख हड़ताल करने वाले है। उनके मुताबिक, यह समिति इंडस्ट्रियल, पब्लिक, को-ऑपरेटिव, प्राइवेट सेक्टर से रिटायर होने वाले कर्मियों के प्रतिनिधि है। ये लोग EPS पेंशन पेंशनभोगी की तरह से पहचान रखते है। देश को सेवा देने पर भी उनको कम पेंशन से मुश्किल हो रही है।
कम पेंशन से पीड़ित है पेंशनभोगी
NAC अध्यक्ष कमांडर अशोक राउत(रिटायर) कहते है कि काफी कम पेंशन की वजह से ये EPS पेंशन के पेंशनभोगी दिक्कत में जीते है। उनके परिवार और सोसायटी से सम्मान भी खोने लगा है। उनके मुताबिक, इसी कारण वो और केंद्रीय कार्यकारी समिति के मेंबर्स जंतर-मंतर में भूख हड़ताल करने वाले है। देशभर के अन्य EPS पेंशनर्स भी इसी दिन भूख हड़ताल से अपना सपोर्ट देंगे।
न्यूनतम पेंशन वृद्धि के प्रयास होंगे
अभ EPS पेंशन को 7,500 रुपए करने की डिमांड हो रही है। इसके अलावा महंगाई भत्ता, बगैर भेदभाव के हायर पेंशन का ऑप्शन देना और जीवनसाथी को फ्री मेडिकल सर्विस आदि की भी डिमांड होने लगी है। समिति के मुताबिक, जिंदगीभर पेंशन के फंड में अंशदान के पर भी अब एवरेज पेंशन 1,171 रुपए मिल रही है। किंतु यदि उनको 7,500 रुपए और DA मिल जय तो ही जिंदगी बेहतर होगी। सभी पेंशनभोगी 7,500 रुपए पेंशन के साथ बाकी जरूरी सुविधा देने को लेकर मांग रख रहे है।
EPS में ऐसे फंड जमा होगा
यह जान लें कि EPS 95 पेंशन स्कीम में आ रहे कर्मी की बेसिक सैलरी से 12% भाग प्रोविडेंट फंड में जमा होता है। साथ ही कर्मी का नियोक्ता भी 12% भाग में से 8.33% को EPS पेंशन में देता है। साथ ही सरकार भी EPS स्कीम के पेंशन फंड में 1.16% का अंशदान दे रही है।